Wednesday, December 23, 2009

(३४)

सब साथ छोड़ देंगें तेरा,
पर साथ न छोड़ेगी हाला;
चाहे न मिले गंगाजल पर,
तिहुँ लोक मिले मधु का प्याला।

देवों दैत्यों दोनों को तू,
पायेगा पीकर मतवाला;
हो स्वर्ग-नर्क-बैकुंठ-ब्रह्म,
हर लोक मिलेगी मधुशाला।

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